जय गण, जय जन
लें हम यह प्रण
भारत के भाग्य बनें
करें शुद्ध तंत्र सब जन
Poem on Indian Republic Day in Hindi, Mithilesh Anbhigya
हासिल विश्वास करें
दुःख सुख अहसास करें
हो सपना हिन्द का सच
दुश्मन पहचान करें
Poem on Indian Republic Day in Hindi, Mithilesh Anbhigya
पर ध्यान रहे इतना
कर्त्तव्य भाव कितना
लहराता रहे झंडा
अम्बर ऊँचा जितना
Poem on Indian Republic Day in Hindi, Mithilesh Anbhigya
प्राणों से प्रिय गणतंत्र
विकसित यहाँ हों हर यंत्र
धर्म, अर्थ और काम
पुरुषार्थ सिद्ध करे मंत्र
Poem on Indian Republic Day in Hindi, Mithilesh Anbhigya
दिन रैन गए कई साथ
आई बेला अब हाथ
सिरमौर बने भारत
उठ - जाग देश के नाथ
- मिथिलेश 'अनभिज्ञ'.
Poem on Indian Republic Day in Hindi, Mithilesh Anbhigya (Image Courtesy: assam.gov.in) |
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