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जैसा आप सोचते हैं ठीक वैसा ही है, यह 'हिंदी न्यूज पोर्टल'

आखिर कैसे होगी 'न्यूज-पोर्टल' से कमाई? देखें वीडियो...



Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal
जैसे-जैसे इंटरनेट अपना दायरा बढ़ाता जा रहा है, वैसे-वैसे तकनीक के प्रति लोगों का रुझान भी बढ़ता जा रहा है. निश्चित रूप से मीडिया भी इससे अछूता नहीं रहा है. पहले जहां अखबार पत्र-पत्रिकाएं ही बड़ी संख्या में छपती थी और वितरित होती थीं, वहीं अब इनका स्थान तेजी से न्यूज़ पोर्टल्स ने लेना शुरू कर दिया है. इसका कारण भी स्पष्ट है: Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal

परंपरागत और वर्तमान मीडिया (Traditional vs Technical Media Options)
ज़रा सोचिये, आप एक मैगजीन छपवाने जाते हैं तो उसकी 100 कॉपियां छपवाने में ही आपके कई हजार लग जाते हैं, जबकि उसकी पहुंच मात्र 100 लोगों तक ही होती है. इसी तरह 5000 कॉपियां अगर आप मैगजीन की छपवाएं, जिसमें 50 पृष्ठ या 100 पृष्ठ हों तो उसका खर्च आपको 50 हजार से अधिक और अगर बढ़िया कागज पर छपाई कराते हैं तो फिर खर्च लाखों से ऊपर पहुंच जाएगा. प्रसार-संख्या वही सीमित! मेरे कहने का यह तात्पर्य नहीं है कि इन प्रिंट मैगजीन या अखबारों की कोई अहमियत ही नहीं है, बल्कि यह व्यवहारिक बातें यह बता रही हैं कि बिना 'टेक्नोलॉजी' के आप अपनी पहुँच नहीं बना सकते हैं और फिर आपका पिछड़ना निश्चित है. बेशक आप अपना अख़बार या पत्रिका छाप रहे हों और उसे चलाने के लिए आपका अपना प्रत्यक्ष/ अप्रत्यक्ष बिजनेस मॉडल भी हो सकता है, किन्तु फिर भी अपना पाठक-वर्ग बनाने और त्वरित खबरें डिलीवर करने के लिए आपको 'न्यूज या मैगजीन पोर्टल' बनवाना ही चाहिए, अन्यथा आप ज़माने से पीछे रह जायेंगे. दैनिक जागरण, अमर उजाला या फिर दैनिक भास्कर जैसे अख़बार आज भी छपते हैं, किन्तु आप इनकी वेबसाइट देखकर एक झटके में समझ जाएंगे कि अब इन बड़े प्रिंट-घरानों का ध्यान भी 'न्यूज पोर्टल्स' पर कहीं ज्यादा फोकस है, पाठक बढ़ाने और व्यापार फैलाने के साथ-साथ मीडिया का उद्देश्य पूरा करने की दृष्टि से भी! Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal

यूनिक कंटेंट की महत्ता
ऐसे में अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए, खबरों को पूरी शक्ति से फैलाने के लिए न्यूज पोर्टल का विकास एक बेहतरीन विचार है, जिसे बेहतरीन और अनुभवयुक्त ढंग से बनवाने में एक बार आपका खर्च 25 हज़ार के आसपास आता है, जो यह सुनिश्चित करता है कि 'आपके यूनिक कंटेंट के दम पर यह पोर्टल दुनियाभर के लाखों लोगों तक आसानी से पहुंच जाए.' यहाँ मैं स्पष्ट कर दूं कि असल बात 'कंटेंट (विषय-वस्तु)' की ही है, वह चाहे मैगजीन हो अखबार हो या न्यूज पोर्टल ही क्यों न हो! अगर आपका कंटेंट यूनिक है और उसकी प्रेजेंटेशन 'सर्च इंजिन' के अनुकूल है तो कोई कारण नहीं है कि आप का पोर्टल हिट न हो जाए! हाँ, इसके लिए आप विशेषज्ञ की सेवाएं लेते रहे अथवा खुद विभिन्न सम्बंधित विषयों पर अपना ज्ञान-संवर्धन भी करते रहे. इस क्रम में आशावादिता से ज़िक्र करना चाहूंगा जनलीडर.कॉम हिंदी न्यूज पोर्टल का जो अभी हाल ही में शुरु किया गया है. Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal

हिंदी न्यूज पोर्टल के तकनीकी फीचर्स
इस न्यूज/ व्यूज पोर्टल में वह सभी फीचर दिए गए हैं जो किसी बड़े पोर्टल में होने चाहिए. यदि इस पोर्टल के सबसे बेहतरीन फीचर की मैं बात करूं तो आज के समय में इसका रेस्पोंसिव होना बेहद महत्वपूर्ण है. वैसे भी आज कल की सभी वेबसाइटों के लिए 'रेस्पोंसिव फीचर' अनिवार्य सा हो गया है. रेस्पोंसिव से तात्पर्य यह है कि अब ज्यादा से ज्यादा पाठक अपनी मोबाइल पर ही वेबसाइट, ब्लॉग या पोर्टल खोल कर देख लेते हैं और अगर आपका पोर्टल रिस्पांसीव नहीं है, तो मोबाइल में वह बड़े ही बेढंगे तरीके से खुलता है. मतलब यूजर फ्रेंडली नहीं होता है, जिससे कंटेंट पढ़ने में, लेख पढ़ने में यूजर को परेशानी होती है और वह फिर आप की साइट पर नहीं आना चाहता है. तो जनलीडर.कॉम पूरी तरह से रिस्पांसिव वेबसाइट (Janleader.com is a responsive news portal) है. इसे जितनी आसानी से आप कंप्यूटर में देख सकते हैं, उतनी ही आसानी से मोबाइल अथवा टैबलेट पर भी खोल सकते हैं. अगर इसके दूसरे फीचर की बात की जाए तो सोशल मीडिया से कनेक्टिविटी (News portal and Social Media Connectivity) इस वेबसाइट का महत्वपूर्ण पार्ट है. इसके ऑफिसियल सोशल मीडिया एकाउंट्स पर लिंक और लेख तो शेयर होते ही हैं, साथ ही साथ पाठकों के लिए भी यह विकल्प उपलब्ध है कि अगर उन्हें कोई लेख पसंद आता है तो वह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसे शेयर (Sharing feature for readers in News Portal) कर सकें. मसलन फेसबुक, ट्विटर, गूगल प्लस, रेड्डीट, लिंकेडीन, स्टम्बल अपॉन इत्यादि. जनलीडर.कॉम के तीसरे फीचर की बात करते हैं, तो इसका कमेंट सेक्शन बेहद जोरदार है, जिसमें वेबसाइट के सीएमएस का ब्लॉगर कमेंट फॉर्म तो है ही, साथ ही साथ फेसबुक के माध्यम से भी आसानी से इसमें कमेंट किया जा सकता है. जाहिर तौर पर पाठक की प्रतिक्रिया आपको यह बताती है कि उसे क्या चाहिए और आप उसे क्या दे रहे हैं? कमेंट सेक्शन अगर आसान नहीं होता है तो पाठक के साथ आपकी कनेक्टिविटी समाप्त हो जाती है, किन्तु जनलीडर.कॉम में यह फीचर बेहद मजबूती से विद्यमान (Easy comment section is mandatory for News Portals) है. Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal



चौथे फीचर की बात करें तो वेबसाइट पर विभिन्न जगहों पर विज्ञापन की जगह बनाई गई है, जिससे वेबसाइट की आमदनी भी आसानी से होती रहे. इसी तरह डिजाईन के लिहाज से अगर आप कंप्यूटर में इस वेबसाइट का होम पेज खोलते हैं तो आपको ब्रेकिंग न्यूज़ या लेटेस्ट न्यूज़ का कालम (Breaking News Feature in News Portal) चलता हुआ मिलेगा तो स्लाइडर के रूप में ताजातरीन खबरों को, लेखों को आप नेक्स्ट और प्रीवियस बटन दबाकर आसानी से पढ़ सकते हैं. 

इसके अतिरिक्त होम पेज पर ही इंटरनेशनल, इंटरटेनमेंट स्पोर्ट्स रिलीजियस इत्यादि विभिन्न कैप्शन के साथ आपको आपकी रुचि की खबरें देखने, पढ़ने को मिल जाएँगी. इसके अतिरिक्त स्लाइडर का बेहतरीन ऑप्शन आर्टिकल सेक्शन (Different sections covered in News Portal Development) में दिया गया है, क्योंकि लेख किसी भी न्यूज पोर्टल की जान और शान होते हैं. अगर आप लेखों के शौकीन हैं तो आप जनलीडर.कॉम पर एक्सक्लूसिव रिपोर्ट लेख बेहद आसानी से पढ़ सकते हैं. इसके बाद के मुख्य पृष्ठ पर गैलरी और टेक्नोलॉजी के साथ वुमन, हेल्थ, स्टेट्स इत्यादि सेक्शन कवर किए गए हैं, साथ में ही दूसरी भाषा के पाठकों के लिए इसमें ट्रांसलेट (Translate feature in News Portal) की सुविधा भी दी गई है जिसमें गूगल ट्रांसलेट के माध्यम से विश्व की तमाम भाषाओं में आप इस वेबसाइट के कंटेंट को ट्रांसलेट कर के पढ़ सकते हैं. अगर आपको कोई खबर ढूंढनी हो तो इस वेबसाइट के टॉप पर सर्च ऑप्शन (Search Option) दिया गया है जहां से आप खबरें ढूंढ सकते हैं तो इसमें ऊपर की मेन्यू-लिस्ट में अबाउट अस, कांटेक्ट अस, विज्ञापन की जानकारी के साथ-साथ संपादकीय, लेखक, ब्यूरो समाचार के अनेक सेक्शन मेंटेन किए गए हैं. इस वेबसाइट में खबर भेजने के लिए भी एक लिंक दिया गया है और उसमें दर्शाए गए मेल पर पाठक अपने आसपास की खबरें भी भेज सकता है, जिससे सिटीजन जर्नलिज्म (Citizen Journalism) की मजबूती होना स्वभाविक है. इसी तरह से इस वेबसाइट में पुरानी ख़बरों का संकलन, विभिन्न कैटेगरी में प्रकाशित किए गए न्यूज़ इत्यादि सेक्शन हैं. Jan Leader Hindi News Portal, Guide to start a perfect News Portal

लेखन कोना
इन सब टेक्निकल फीचर्स के अलावा इस वेबसाइट की जो बड़ी खासियत है, वह यह है कि मोहम्मद फ़ारूक़, पवन शर्मा जैसे लेखक इसमें लगातार एक्सक्लूसिव कंटेंट दे रहे हैं और अगर आपके पास बेहतरीन कंटेंट है, कॉपी पेस्ट से अलग हटकर कंटेंट है तो आपकी वेबसाइट को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता, ऐसा मेरा अनुभवयुक्त दावा है. इसलिए अगर आप न्यूज, व्यूज पोर्टल बनवाते हैं तो फिर सुनिश्चित करें कि उसके लिए प्रतिदिन एक या अधिक यूनिक स्टोरी अवश्य दे सकें! इस वेबसाइट को मिथिलेश ने बेहद मनोयोग से कस्टमाइज किया है तो इसकी मेंटेनेंस की जिम्मेदारी भी उन्हीं के पास है. यदि इसके संबंध में आपके पास कुछ भी सुझाव हो तो मिथिलेश२०२०.कॉम पर संपर्क करें और बताएं ताकि उन सुझावों को अमलीजामा पहनाया जा सके. जनलीडर.कॉम की टीम को अपनी वेबसाइट के लिए ढेर सारी शुभकामनाओं के साथ नए साल की भी हार्दिक शुभकामनाएं, ताकि आप मीडिया के रूप में समाज की जिम्मेदारी निबाहने के साथ-साथ व्यावसायिक रूप से भी उत्तरोत्तर प्रगति कर सके.

- मिथिलेश कुमार सिंह, नई दिल्ली.




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Disclaimer: इस पोर्टल / ब्लॉग में मिथिलेश के अपने निजी विचार हैं, जिन्हें पूरे होश-ओ-हवास में तथ्यात्मक ढंग से व्यक्त किया गया है. इसके लिए विभिन्न स्थानों पर होने वाली चर्चा, समाज से प्राप्त अनुभव, प्रिंट मीडिया, इन्टरनेट पर उपलब्ध कंटेंट, तस्वीरों की सहायता ली गयी है. यदि कहीं त्रुटि रह गयी हो, कुछ आपत्तिजनक हो, कॉपीराइट का उल्लंघन हो तो हमें लिखित रूप में सूचित करें, ताकि तथ्यों पर संशोधन हेतु पुनर्विचार किया जा सके. मिथिलेश के प्रत्येक लेख के नीचे 'कमेंट बॉक्स' में आपके द्वारा दी गयी 'प्रतिक्रिया' लेखों की क्वालिटी और बेहतर बनाएगी, ऐसा हमें विश्वास है.
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