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आमिर खान, अपनी चुप्पी तोड़िये अब! Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist



Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist (चित्र: Intoday)
पिछले साल सहिष्णुता, असहिष्णुता पर कुछ इस कदर चर्चा हुई थी, जिसने एक तरह से समाज को ही दो हिस्सों में बांट दिया था. बिहार विधानसभा चुनाव के ठीक पहले हुई इस बड़ी बहस में, एक तरफ वे लोग थे जो नरेंद्र मोदी की सरकार बनने से हैरान-परेशान थे और देश में हुई किसी भी घटना के लिए सरकार से इस्तीफा मांगने लगते थे. वहीं, दूसरी तरफ भी लोग कुछ कम न थे और उनमें वह 'अतिवादी' शामिल थे, जो नरेंद्र मोदी की सरकार को 'बपौती' समझकर इस कदर उत्साहित थे कि जब न तब हंगामा कर देते थे. कभी गाय को लेकर, कभी राष्ट्रवाद को लेकर खूब बवाल मचा! दुःख की बात यह रही कि कुछ लोगों के बवाल और हंगामे का दोष आखिरकार सरकार पर मढ़ा गया और उसका जवाब सरकार को देने को विवश किया गया. पीएम मोदी ने कई जगहों पर अतिवादी कृत्यों का विरोध भी किया, किन्तु उन लोगों के पेट कि मरोड़ें भला कैसे शांत हो जातीं, जिन्हें मोदी नाम से ही चिढ़ थी. दोनों पक्षों से सहिष्णुता के नाम पर जबरदस्त ढंग से असहिष्णुता हुई. आखिर असहिष्णुता यही तो है कि हम दूसरे के विचारों को बिना कुछ समझे 'नकार' देते हैं. निश्चित रूप से इसमें दोनों ही पक्ष बुरी तरह से शामिल थे. कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि नरेंद्र मोदी की पूर्ण बहुमत सरकार बनने के बाद बुद्धिजीवी वर्ग में भारी हलचल मची हुई थी कि यह क्या हो गया! पिछले 50 - 60 सालों से शिक्षण सहित तमाम संस्थाओं में अजगर की तरह कुंडली मारे बैठे तथाकथित 'बुद्धिजीवी वर्ग' को यह बात महीनों तक हजम नहीं हुई और वह रह रहकर कसर निकालते रहे. दूसरा वर्ग भी कुछ इस कदर आक्रामक हो गया था कि गाय, राष्ट्रगान, सेना और दलितों की पिटाई का मुद्दा जब तब उठता ही रहा! तर्क दिया गया कि इसके पीछे समाज में तथाकथित 'आदर्श' स्थापित होगा! खैर, दोनों पक्षों की खूब आलोचना भी हुई और कई महत्वपूर्ण लोगों के बयान भी इस वाकये पर दर्ज किये गए. बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट कहे जाने वाले आमिर खान ने भी तब बयान दिया कि "देश में इस कदर असहिष्णुता है कि वह और उनकी पत्नी चाहते हैं कि देश से बाहर चले जाएं!" इस पर खूब हंगामा मचा और आमिर खान को लानत-मलानत भेजी गई. हाल ही में दिवंगत हुए अभिनेता ओमपुरी ने तो आमिर के इस बयान को समाज को बांटने वाला बयान करार दे दिया, तो सोशल मीडिया से लेकर हर जगह आमिर खान का विरोध हुआ और आमिर ने बाद में इसके लिए सफाई भी दी. खैर, वह एपिसोड आगे निकल गया और आमिर खान ने हरियाणा की फोगाट फैमिली पर 'दंगल' फिल्म बनाई. Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist

Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist (चित्र: inkhabar.com)
पहलवानी पर बनी यह फिल्म सुपर-डुपर हिट हुई है और इस फिल्म में गीता फोगाट के बचपन का किरदार जायरा वसीम नामक कलाकार ने निभाया है. बड़ी तारीफ हुई उसकी एक्टिंग की, किंतु मुसीबत तब आ गई जब वह लड़की लोकप्रिय हो गई! यह बात कई लोगों को उसी तरह चुभ गयी, जिस तरह एक वर्ग को नरेंद्र मोदी की सरकार बनना चुभ गया था. चूंकि, जायरा वसीम कश्मीर से हैं, इसलिए वहां के अलगाववादी और तथाकथित आजादी के समर्थकों के गले में इस लड़की की लोकप्रियता अंटक गयी! संयोग वश जायरा वसीम कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती से मिलने पहुंच गयीं और यहीं से उनकी "ट्रोलिंग" का सिलसिला शुरू कर दिया गया! सोच कर भी शर्म आती है कि एक 16 साल की बच्ची के साथ ट्विटर पर जबरदस्त ढंग से अभद्रता की गई! ऐसे में लोग बाग़ सवाल उठा रहे हैं कि आमिर खान कहां हैं? समाज के छोटे बड़े मुद्दों पर राय रखने वाले आमिर आखिर अब तक चुप क्यों हैं? यह सोच कर ही ठिठुरन हो जाती है कि आखिर इससे बढ़कर 'असहिष्णुता' क्या है? क्या वाकई एक 16 साल की बच्ची को इस बात के लिए मजबूर किया जाना चाहिए कि वह अपनी सफलता और अच्छे काम के लिए माफी मांगे? बहाना बनाया गया कि वह जम्मू कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ़्ती से मिलने गयीं. तो, एक राज्य की सीएम और जनता द्वारा चुनी गई मुख्यमंत्री के साथ मिलना अपराध है क्या? सच कहा जाए तो यह तो हाथी के दिखाने के दांत है! असल बात तो यह है कि उग्रवादी अलगाववादियों के पेट में पाकिस्तान की ओर से पैसा खा खाकर चर्बी चढ़ गई है. उसी चर्बी और गद्दारी की वजह से राज्य में पिछले छः महीने तक हिंसा को स्पांसर किया गया और तब भी जब बात नहीं बनी तो एक 16 साल की लड़की की ओट ले ली गयी. दुख की बात यह है कि असहिष्णुता पर अपने बयान से पूरे राष्ट्र को नाराज करने वाले आमिर खान अभी तक चुप हैं. उन्हें वाकई इस असहिष्णुता पर जवाब देना चाहिए और जायरा वसीम को सपोर्ट करना चाहिए. वह भी तब जब दंगल फिल्म से उन्होंने 400 करोड़ से भी ज्यादा पैसा कमा लिया है. आखिर, अपने सह कलाकारों के प्रति उनका कोई फ़र्ज़ बनता है कि नहीं? Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist


Zaira Wasim, Twitter Troll, Amir Khan, Dangal Movie, Kashmir Issue, Mehbooba Mufti, Terrorism, Separatist (चित्र:namanbharat.com )
हालाँकि, कई दुसरे लोगों ने उस लड़की को हिम्मत दी है, जिसमें गीता और बबिता फोगाट सहित जावेद अख्तर और उमर अब्दुल्लाह तक शामिल हैं. जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने ज़ायरा का पक्ष लेते हुए लिखा, ''महबूबा मुफ़्ती से मुलाक़ात के आरोप में 16 साल की इस लड़की को माफी मांगने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता.'' वहीं, बॉलीवुड के मशहूर गीतकार जावेद अख्तर ने ज़ायरा की ट्रोलिंग पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ''जो छतों पर खड़े होकर आज़ादी के नारे लगाते हैं, वे दूसरों को मामूली आज़ादी भी नहीं देते. शर्मनाक है कि ज़ायरा वसीम को अपनी कामयाबी के लिए माफ़ी मांगने पर मजबूर किया गया.'' इन सब विवादों के बीच गीता फोगाट भी सामने आईं. उन्होंने टीवी चैनलों से कहा, ''वह रियल लाइफ में भी बढ़िया इंसान है. ज़ायरा पूरे देश के लिए रोल मॉडल है, उसे किसी भी बात के लिए माफी मांगने की ज़रूरत नहीं है. जाहिर तौर पर लोग सच्चाई के पक्ष में खड़े हो रहे हैं और पाकिस्तान समर्थित अलगाववादियों, आतंकियों की पोल खुल रही है, किन्तु 'सत्यमेव जयते' के नाम पर राष्ट्रव्यापी चर्चा बटोर चुके आमिर से भी लोग पूछ रहे है की 
"आमिर खान, चुप क्यों हो?"

- मिथिलेश कुमार सिंह, नई दिल्ली.




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